काल किसे कहते हैं?
क्रिया के उस रूपांतर को काल (Kaal) कहते है, जिससे उसके कार्य- व्यापार का समय और उसकी पूर्ण अथवा अपूर्ण अवस्था का बोध हो| काल के उदाहरण–
- बच्चे स्कूल जा रहे है|
- बच्चे स्कूल जा रहे थे|
- बच्चे स्कूल जायेंगे|
इन तीनो वाक्यों में अगर आप ध्यान दे तो, पहले वाक्य में क्रिया वर्तमान में हो रहा है| दूसरे वाक्य में क्रिया पहले ही हो चूका है| तथा तीसरे वाक्य में वह कार्य भविष्य में होगा| अतः इन वाक्यो की क्रियाओ से कार्य के होने का समय प्रकट हो रहा है|
काल (Kaal) के भेद
काल (Kaal) तीन प्रकार के होते है-
- वर्तमान काल
- भूतकाल
- भविष्य काल
वर्तमान काल
क्रिया के जिस रूप से वर्तमान में चल रहे समय का बोध होता है, उसे वर्तमान काल (vartmaan kaal) कहते है| इस काल की पहचान के लिए वाक्य के अंत में ता, ती, ते, है, हैं इत्यादि आते हैं| उदाहरण-
- राम पढाई कर रहा है|
- माता बाजार जा रही है|
- वह पुस्तक पढ़ रहा है|
वर्तमान काल के भेद
वर्तमान काल के पांच भेद होते है-
- सामान्य वर्तमानकाल: वह क्रिया जो वर्तमान में सामान्य रूप से होता है, उसे सामान्य वर्तमानकाल कहते है| उदाहरण-
- रोहन खिलौनों से खेलता है|
- वह पुस्तक पढ़ती है|
- अपूर्ण वर्तमानकाल: क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि कोई कार्य वर्तमान काल में पूर्ण नहीं हुआ है, तथा वह कार्य चल रहा है, उसे अपूर्ण वर्तमानकाल कहते है| उदाहरण-
- सीता विद्यालय जा रही है| इस वाक्य में कार्य पूर्ण रूप से नहीं हुआ है, क्योकि सीता विद्यालय अभी पहुंची नहीं है|
- पूर्ण वर्तमानकाल: क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि कोई कार्य वर्तमान काल में पूर्ण हो गया है, उसे पूर्ण वर्तमानकाल कहते है| उदाहरण-
- राम ने पुस्तक पढ़ा है|
- संदिग्ध वर्तमानकाल: जिस क्रिया के वर्तमान समय में पूर्ण होने में संदेह हो, उसे संदिग्ध वर्तमानकाल कहते हैं। उदाहरण-
- वह खेलता होगा।
- आज कॉलेज खुला होगा।
- तत्कालिक वर्तमानकाल: क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो, कि कोई कार्य वर्तमानकाल में हो रहा है, उसे तात्कालिक वर्तमानकाल कहते हैं। उदाहरण-
- वह जा रही है।
- संभाव्य वर्तमानकाल: वर्तमानकाल के जिस रूप से काम के पूरा होने का संभावना बना रहता है, उसे सम्भाव्य वर्तमानकाल कहते है| उदाहरण-
- वह आयी है।
- वह चलता हो।
भूतकाल
क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय का बोध होता है, उसे भूतकाल (bhut kaal) कहते है। इस काल को पहचानने के लिए वाक्य के अन्त में ‘था, थे, थी’ इत्यादि रहते हैं। उदाहरण-
- वह जा चुका था|
- उसने पुस्तक पढ़ ली थी।
- रीता खा चुकी थी|
भूतकाल के भेद
भूतकाल के छह भेद होते है-
- सामान्य भूतकाल: वह काल जिसमे भूतकाल की क्रिया के विशेष समय का ज्ञान न हो, उसे सामान्य भूतकाल कहते हैं।.उदाहरण-
- राम आया।
- गीता गयी।
- आसन भूतकाल: क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो, कि क्रिया अभी कुछ समय पहले ही पूर्ण हुआ है, उसे आसन्न भूतकाल कहते हैं। उदाहरण-
- सोहन ने सेव खाया है|
- वह अभी सोकर उठा है|
- पूर्ण भूतकाल: क्रिया के जिस रूप से यह पता चले, कि कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है, उसे पूर्ण भूतकाल कहते हैं। इस काल में क्रिया के साथ ‘था, थी, थे, चुका था, चुकी थी, चुके थे इत्यादि लगता है| उदाहरण-
- उसने मोहन को मारा था।
- अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था।
- अपूर्ण भूतकाल: जिस क्रिया से यह ज्ञात हो कि भूतकाल में कार्य सम्पन्न नहीं हुआ था, तथा वह कार्य अभी चल रहा था, उसे अपूर्ण भूत कहते हैं। उदाहरण-
- महेश गीत गा रहा था।
- सीता सो रही थी।
- संदिग्ध भूतकाल: भूतकाल की जिस क्रिया से कार्य होने में अनिश्चितता या संदेह प्रकट हो, उसे संदिग्ध भूतकाल कहते है। इस काल में यह सन्देह बना रहता है, कि भूतकाल में कार्य पूरा हुआ या नही। उदाहरण-
- ट्रैन छूट गई होगी।
- दुकानें बंद हो चुकी होंगी।
- हेतुहेतुमद् भूत: यदि भूतकाल में एक क्रिया के होने या न होने पर दूसरी क्रिया का होना या न होना निर्भर करता है, तो उसे हेतुहेतुमद् भूतकाल क्रिया कहते है। उदाहरण-
- यदि तुमने परिश्रम किया होता, तो पास हो जाते।
भविष्य काल
भविष्य में होने वाली क्रिया को भविष्य काल (bhavishya kaal) की क्रिया कहते है। इस काल की पहचान के लिए वाक्य के अन्त में ‘गा, गी, गे’ इत्यादि आते है। उदाहरण-
- शालिनी कल घर जाएगी।
- किसान खेत में बीज बोयेगा।
- श्याम कल कोलकाता जायेंगे|
भविष्य काल के भेद
भविष्य काल के तीन भेद होते है-
- सामान्य भविष्यत काल: क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में सामान्य रूप से होने का पता चलता है, उसे सामान्य भविष्यत काल कहते हैं। काल से हमें यह जानकारी मिलता है, कि क्रिया सामान्यतः भविष्य में होगी। उदाहरण-
- बच्चे क्रिकेट खेलेंगे।
- बिट्टू घर जायेगा।
- सम्भाव्य भविष्यत काल: क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में होने का संभावना का पता चलता है, उसे सम्भाव्य भविष्यत काल कहते हैं। उदाहरण-
- हो सकता है, कि मैं कल देवघर जाऊँ।
- शायद चोर पकड़ा जाए।
- हेतुहेतुमद्भविष्य भविष्यत काल: क्रिया के जिस रूप से एक कार्य का पूर्ण होना दूसरी आने वाले समय की क्रिया पर निर्भर हो, तो उसे हेतुहेतुमद्भविष्य भविष्य काल (kaal) कहते है। उदाहरण-
- वह आये तो मै जाऊ|
- वह पढ़ेगा तो सफल होगा।
परीक्षा में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो ज्यादातर एग्जाम में आते है, निचे दिए गए हैं|
काल (Kaal) कितने प्रकार के होते है?
काल (Kaal) तीन प्रकार के होते है-
- वर्तमान काल
- भूतकाल
- भविष्य काल
अपूर्ण वर्तमानकाल को परिभाषित कीजिये|
क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि कोई कार्य वर्तमान काल में पूर्ण नहीं हुआ है, तथा वह कार्य चल रहा है, उसे अपूर्ण वर्तमानकाल कहते है|
पूर्ण भूतकाल के दो उदाहरण दीजिये|
पूर्ण भूतकाल के दो उदाहरण-
- उसने मोहन को मारा था।
- अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था।
भविष्य काल क्या है|
भविष्य में होने वाली क्रिया को भविष्य काल की क्रिया कहते है। इस काल की पहचान के लिए वाक्य के अन्त में ‘गा, गी, गे’ इत्यादि आते है।
FAQ
काल (Kaal) क्या हैं?
भूतकाल के कितने प्रकार हैं?
सामान्य भूतकाल
आसन भूतकाल
पूर्ण भूतकाल
अपूर्ण भूतकाल
संदिग्ध भूतकाल
हेतुहेतुमद् भूतकाल
रवि ने खाया किस काल का उदाहरण है?
नरेश जाएगा किस काल का उदाहरण है?
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