Shabdarth: शब्दार्थ की परिभाषा, टिप्पणी और महत्वपूर्ण शब्दार्थ के प्रश्न 2025

Shabdarth

शब्दार्थ किसे कहते हैं?

लिखे हुए शब्दों को पढ़ कर उनका जो अर्थ स्पष्ट होता है, उसे शब्दार्थ (Shabdarth) कहते हैं| विद्यार्थियों या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को शब्दार्थ का ज्ञान होना आवश्यक हैं|

शब्दअर्थवाक्य
वसुधाधरतीयुद्ध में वसुधा रक्त से लाल हो उठी|
अभिरामसुंदरअभिराम राम को देख सीता मन-ही-मन मुग्ध हो गयीं।
अभिमानगर्वअभिमान चूर होकर रहता है।
उपवनबगीचाभरे उपवन में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं|
क्रांतिचमकउसके मुख पर क्रांति है|
सिद्धप्रमाणितकबीर सिद्धपुरुष थे।
आलिंगनगले लगानाश्रीराम ने भरतजी का आलिंगन किया।
अविष्कारखोजविज्ञान नये-नये अविष्कार करता रहा है।
अस्थिहड्डीदुर्घटना में उसकी अस्थि चूर हो गयी|
कुबेरधन के देवतापुराणों में कुबेर की कथा है|
शुल्कफीसआज शुल्क जमा हुआ है।
शिखरपहाड़ की चोटीहिमालय के शिखर पर बर्फ जमी है।
संशोधनसुधारमेरी पुस्तक का संशोधन किया गया|
अहितबुराईउसका अहित न हो|
सरोवरतालाबसरोवर में कमल खिले हैं।
मितव्ययीकम खर्च करनेवालामेरा मित्र मितव्ययी है|
बहुधाप्रायःबहुधा ऐसा हो जाता है।
रिक्तखालीमेरे दफ्तर में एक पद रिक्त हुआ है|
लोलचंचल नदी में लोल लहरें उठ रही है।
प्रभाकरसूर्यप्रभाकर की किरणें लाल है|
अनिवार्यअत्यंतआवश्यक सरकार ने हिंदी पढ़ना अनिवार्य कर दिया है।
संतानबाल-बच्चाउसकी एकमात्र संतान जाती रही।
अहंकारघमंडआदमी को अहंकार नहीं करना चाहिए|
उल्लासप्रसन्नताउसके चेहरे पर उल्लास था|
अभियानउद्देश्यपूर्ण यात्रातेनसिंह हिमालय के अभियान पर निकले|
सुमनफूलवाटिका में सुमन खिले हैं|
अनवरतलगातारअनवरत परिश्रम करते रहो|
अतीतबीता हुआ समयअतीत की चिंता मत करो।
उद्गमआरंभ होने की जगहगंगा का उद्गम हिमालय से हुआ है|
उपेक्षाअनदेखीकोई भी देश भारत की उपेक्षा नहीं कर सकता|
क्लेशकष्टउनकी मृत्यु का समाचार सुनकर क्लेश हुआ|
व्यथादुःखवह व्यथा से कराह उठा|
कुलीनअच्छे कुल काउसका जन्म कुलीन परिवार में हुआ है|
आखेटशिकारमहाराज दिलीप आखेट के लिए जंगल की ओर बढ़े|
खराठीकयह बात पूरी तरह खरी उतरती है|
अभिज्ञजाननेवालावह साहित्य से अभिज्ञ है|

टिप्पणी

शब्दार्थो (Shabdarth) को टिप्पणी के माध्यम से भी समझा जा सकता हैं|

  • अवधि– समय, राम के वनवास की अवधि समाप्त हो गयी।
  • नास्तिक– ईश्र्वर या वेद को न माननेवाला, वेद के निंदक नास्तिक हैं।
  • पर्याप्त– काफी, इतना भोजन मेरे लिए पर्याप्त है।
  • परामर्श– राय, मुझे आपका परामर्श चाहिए।
  • परंपरा– पुराने समय से, यह बात परंपरा से चली आ रही है।
  • पुनरावृति– दोहराना, आप बात की पुनरावृत्ति कर रहे है।
  • आशंका– भय, मुझे इस बात की आशंका है।
  • गगनभेदी– अकाश को भेदनेवाला, भीम का गर्जन गगनभेदी था।
  • गति– चाल, उसकी गति धीमी है।
  • चिर– सदा, राम की कथा चिरकाल तक चलेगी।
  • जलज– कमल, तालाब में जलज खिले हैं।
  • अनिल– हवा, शीतल अनिल बह रहा है।
  • अनल– आग, अनल की ज्वाला फैली है।
  • अमर– जो कभी न मरे, आत्मा अमर है।
  • आजीवन– जीवनभर, उसे आजीवन कारावास का दंड दिया गया।
  • तिरस्कार– निरादर, उसने मेरा तिरस्कार किया।
  • निर्भीक– निडर, हर आदमी को निर्भीक होना चाहिए।
  • विज्ञापन– प्रचारमूलक सुचना, समाचारपत्रों में विज्ञापन छपे है।
  • विनाश– बरबादी, उसका विनाश हो गया।
  • विमान– हवाई जहाज, इस विमान से जाना होगा।
  • विख्यात– मशहूर, ताजमहल संसार में विख्यात है।

परीक्षा में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण शब्दार्थ के प्रश्न

निचे शब्दार्थो के कुछ उदाहरण दिए गए हैं, जो ज्यादातर एक्साम्स में पूछे जाते हैं|

शब्दअर्थ
सार्थकअर्थपूर्ण, उपयोगी
अभिभूतआक्रांत, पीड़ित, पराजित
प्रगतिविकास
नवागंतुकअजनबी
सहचरसाथी, सेवक
प्रतिकूलउल्टा
प्रतिष्ठाइज्जत
अधिराजसम्राट
प्रलोभनलालच
अनायासबिना मेहनत के
सर्वग्रासीसब खा जाने वाला
अगणितजिसकी गिनती न हो
अनुचितबुरा
अंबरआकाश
सर्वव्यापीसभी जगह व्याप्त
वसनकपड़ा
यंत्रणायातना, पीड़ा, क्लेश
आभाचमक
दंतकथाकिवदंती, जनश्रुति
ऊर्जाबल
फूहड़गंवार
भेषजदवा, उपचार
अत्याचारजुल्म
आह्वानपुकारना, बुलाना
भग्नावशेषखंडहर
प्रत्यंचाधनुष की डोरी
हर्षोन्मादहर्ष में सुध-बुध खो देना
भित्तिचित्रदीवार पर बना हुआ चित्र
अकर्मण्यआलसी
निरभ्रमेघ रहित
राष्ट्रकूटक्षत्रिय राजवंश, राठौर
आसवरस, पुष्परस
अद्वितीयजिसका जोड़ा न हो
अनिष्टकरहानिकारक
सामंजस्यसंगति, अनुकूलता, मेल
सीमांतसीमावर्ती स्थान
उत्तरदायित्वजवाबदेही
खगोलशास्त्रआकाशीय नक्षत्रों, ग्रहों, उल्कापिंड इत्यादि का वर्णन करने वाला विज्ञान
अल्पसंख्यककम जनसंख्या वाला
अभिशापशाप, लांछन, मिथ्या आरोप, बुराई
शाश्वतनित्य, निरंतर, सतत, स्थायी
सुरभितसुगंधित
संरक्षणहिफाजत
पुरस्कारइनाम
निरंतरतालगातार, बराबर

FAQs

शब्दार्थ क्या हैं?

लिखे हुए शब्दों को पढ़ कर उनका जो अर्थ स्पष्ट होता है, उसे शब्दार्थ कहते हैं|

शब्दार्थ के तीन उदाहरण दीजिये?

शब्दार्थ के तीन उदाहरण-
पुनरावृति- दोहराना
गति- चाल
जलज- कमल

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Author

  • Avijeet

    मेरा नाम अविजीत है और मैं पिछले 2 सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूँ। मुझे शैक्षणिक और समाचार ब्लॉगों में बहुत दिलचस्पी है। मैंने Bcom accounts honours की पढ़ाई की है।

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