kriya visheshan avyay ke prakar: क्रिया विशेषण अव्यय के प्रकार

kriya visheshan avyay ke prakar

क्रियाविशेषण अव्यय क्या हैं?

जिस शब्द से क्रिया की विशेषता ज्ञात हो उसे क्रिया विशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- यहाँ, अब, वहॉ, तक, जल्दी इत्यादि| क्रियाविशेषण अव्यय के उदाहरण-

  • अब काम करना बंद कर दो|
  • वह यहाँ आता हैं|
  • सीता सुन्दर लिखती हैं|
  • वह यहाँ से चली गई|

क्रिया विशेषण अव्यय के भेद

क्रिया विशेषण को प्रयोग, रूप और अर्थ के अनुसार इसके कई भेद हैं| जैसे- साधारण क्रिया विशेषण अव्यय, संयोजक क्रिया विशेषण अव्यय, अनुबद्ध क्रिया विशेषण अव्यय, मूल क्रिया विशेषण अव्यय, यौगिक क्रिया विशेषण अव्यय, स्थानीय क्रिया विशेषण अव्यय, कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय इत्यादि|

प्रयोग के आधार पर

  • साधारण क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो का प्रयोग वाक्यों में स्वतंत्र रूप से किया जाता हैं, उसे साधारण क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| उदाहरण
    • हाय रब्बा! अब क्या होगा|
    • बेटी, जल्दी जाओ| बन्दर कहाँ गया|
  • संयोजक क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो का सम्बन्ध किसी उपवाक्य के साथ होता हैं, उसे संयोजक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| उदाहरण
    • जब मोहिनी ही नहीं, तो में जीकर क्या करूँगा|
    • जहाँ अभी जंगल हैं, वहां किसी समय समुद्र था|
  • अनुबद्ध क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो का प्रयोग निश्चय के लिए किसी भी शब्द भेद के साथ किया जाता हैं, उसे अनुबद्ध क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| उदाहरण
    • मैंने उसे देखा तक नहीं|
    • आपके आने भर की देर हैं|
    • हाय रब्बा! अब क्या होगा|
    • बेटी, जल्दी जाओ| बन्दर कहाँ गया|

रूप के आधार पर

  • मूल क्रियाविशेषण अव्यय: ऐसे क्रियाविशेषण जो किसी दूसरे शब्दो के मेल से नहीं बनते हैं, उसे मूल क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- ठीक, अचानक, फिर इत्यादि| उदाहरण
    • अचानक से बाढ़ आ गया|
    • मै अभी नहीं आया|
  • यौगिक क्रियाविशेषण अव्यय: जो शब्द दूसरे शब्द में प्रत्यय या पद जोड़ने से बनते हैं, उसे यौगिक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- मन से, जिससे, भूल से, वहां पर इत्यादि| उदाहरण
    • तुम सुबह तक पहुंच जाना|
    • वह शांति से जा रही थी|
  • स्थानीय क्रियाविशेषण अव्यय: ऐसे क्रियाविशेषण जो बिना रूपांतरण के किसी स्थान पर आते हैं, उसे स्थानीय क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| उदाहरण
    • वह अपना सिर पढ़ेगा|
    • तुम दौड़कर चलते हो|

अर्थ के आधार पर

  • कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो से क्रिया के होने का समय ज्ञात होता हैं, उसे कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- अभी, रातभर, जब, दिनभर, लगातार इत्यादि| उदाहरण
    • वह नित्य जाता हैं|
    • राम कल आएगा|
    • दिन भर कोहरा होता हैं|
    • राधा कल आएगी|
  • स्थानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो से क्रिया के होने के स्थान का पता चलता हैं, उसे स्थानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- वहां, पास, दूर, आगे, पीछे इत्यादि| उदाहरण
    • मै कहाँ जाऊ|
    • मोहन निचे बैठा हैं|
    • वह पीछे चला गया|
    • इधर मत जाओ|
  • परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय: जिन शब्दो से क्रिया अथवा क्रिया विशेषण का परिमाण ज्ञात होता हैं, उसे परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| इस अव्यय शब्द से नाप-तौल का पता चलता हैं| जैसे- काफी, ठीक, बहुत, केवल, बस इत्यादि| उदाहरण
    • तुम बहुत घबरा रही हो|
    • इतना ही बोलो जितना जरुरी हो|
    • मोहन बहुत बोलता हैं|
  • रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय: किसी भी वाक्य में वह शब्द जिनसे क्रिया के होने की रीती या विधि का ज्ञान हो, उसे रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं| जैसे- वैसे, इसलिए, ठीक, शायद इत्यादि| उदाहरण
    • जरा, सहज एवं धीरे चलिए|
    • हमारे सामने हाथी अचानक आ गया|
    • राधा जल्दी से अपने घर चली गई|

पूछे जाने वाले प्रश्न

क्रियाविशेषण अव्यय किसे कहते हैं?

जिस शब्द से क्रिया की विशेषता ज्ञात हो उसे क्रिया विशेषण अव्यय कहते हैं|

क्रिया विशेषण अव्यय के कितने भेद हैं?

क्रिया विशेषण को प्रयोग, रूप और अर्थ के अनुसार इसके कई भेद हैं| जैसे- साधारण क्रिया विशेषण अव्यय, संयोजक क्रिया विशेषण अव्यय, अनुबद्ध क्रिया विशेषण अव्यय, मूल क्रिया विशेषण अव्यय, यौगिक क्रिया विशेषण अव्यय, स्थानीय क्रिया विशेषण अव्यय, कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय इत्यादि|

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