Visheshan in hindi: विशेषण की परिभाषा एवं इसके भेद उदाहरण सहित 2024-2025

जिस शब्द से संज्ञा या सर्वनाम शब्द की विशेषता का बोध होता हैं, उसे विशेषण (Visheshan) कहते हैं| जैसे यह बकरी काली हैं, सेव मीठे हैं| विशेषणरहित संज्ञा या सर्वनाम से जिस वस्तु का बोध होता हैं, विशेषण लगने पर उसका अर्थ सिमित हो जाता हैं| जैसे बकरी कहने से बकरी जाति के सभी प्राणिओ का बोध होता हैं, लेकिन काली बकरी कहने से केवल काली बकरी का बोध होता हैं, सभी तरह के बकरी का नहीं|

Visheshan
Visheshan

विशेषण (Visheshan) किसे कहते हैं? | विशेषण क्या है?

जो शब्द किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता (Visheshan) बताते हैं, उसे विशेषण कहते हैं| यह शब्द गुण, भाव, संख्या, दोष, परिणाम आदि से सम्बंधित विशेषता का बोध कराता हैं| अर्थात विशेषण एक ऐसा विकारी शब्द हैं, जो हर हालत में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता हैं| जैसे:

  • राम एक अच्छा बालक हैं|
  • किट्टू ईमानदार बालक हैं|

उपरोक्त वाक्य में ‘अच्छा‘ और ‘ईमानदार‘ दोनों ही शब्द विशेषण हैं, क्यकि यह दोनों बालको की विशेषता बता रहे हैं|

विशेषण (Visheshan) के 10 उदाहरण

विशेषण (Visheshan) के 10 उदाहरण निचे दिए जा रहे हैं-

  • सीता बुद्धिमान लड़की हैं|
  • बिकाश होनहार बालक हैं|
  • उस दुकान में मीठे आम हैं|
  • मोहन स्मार्ट हैं|
  • भालू भूरा होता हैं|
  • कुछ फल रेशमा को दे दो|
  • यह नदी पतली हैं|
  • मिर्च तीखी हैं|
  • टेबल बहुत बड़ा हैं|
  • अरिंदम लम्बा लड़का हैं|

विशेषण (Visheshan) के भेद | विशेषण के प्रकार

विशेषण के भेद उदाहरण सहित जानकारी निचे दिया गया हैं| इसके चार भेद होते हैं-

  • गुणवाचक विशेषण
  • संख्यावाचक विशेषण
  • परिमाणवाचक विशेषण
  • सार्वनामिक विशेषण

गुणवाचक विशेषण

वे विशेषण शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम शब्द के गुण, दोष, आकार, अवस्था, स्थान इत्यादि की विशेषता प्रकट करता हैं, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं| अर्थात यह संज्ञा या सर्वनाम के गुण के रूप की विशेषता को दर्शाता हैं| जैसे:

  • गुण– वह भला आदमी हैं|
  • दोष– अनुचित, बुरा, कठोर इत्यादि|
  • आकार– उसकी खिड़की गोल हैं|
  • अवस्था– पिघला, गाढ़ा, दुबला, भारी, पतला, मोटा, गीला, गरीब आदि|
  • स्थान– भीतर, बाहर इत्यादि|
  • रंग– नारंगी टेबल|

संख्यावाचक विशेषण

जब किसी गणना, वस्तुओ की संख्या सम्बन्धी विशेषता बताई जाती हैं, तो उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं| दूसरे शब्दो में संख्या की विशेषता का बोध कराने वाले शब्दो को संख्यावाचक विशेषण कहा जाता हैं| जैसे:

  • एक घर में 5 लोग रहते हैं|
  • मुझे एक मिठाई दे दो|
  • कुछ लोग रोड में चल रहे हैं|

संख्यावाचक विशेषण के भेद

संख्यावाचक विशेषण के में गणना की विशेषता के अनुसार इसके दो भेद होते हैं-

  • निश्चित संख्यावाचक विशेषण: जिस संज्ञा या सर्वनाम के शब्दो से किसी प्राणी, व्यक्ति, वस्तु आदि की संख्या का निश्चित रूप से ज्ञान हो, उसे निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं| जैसे:
    • मेरी कॉलेज में 100 स्टूडेंट्स हैं|
    • एक बस में 70 लोग बैठे हैं|
  • अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण: जिस संज्ञा या सर्वनाम के शब्दो से किसी प्राणी, व्यक्ति, वस्तु आदि की संख्या का निश्चित रूप से बोध ना हो, उसे अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहते हैं| जैसे:
    • मेरी कॉलेज में कुछ स्टूडेंट्स हैं|
    • कुछ देर बाद हम चले जायेंगे|

परिमाणवाचक विशेषण

विशेषण के जिस रूप से संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा या नाप तौल के परिणाम की विशेषता ज्ञात हो उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं| जैसे: दो किलो आटा, तीन किलो दाल, कुछ लोग इत्यादि|

परिमाणवाचक विशेषण के भेद

परिमाणवाचक विशेषण को मात्रा अथवा माप तौल के आधार पर दो भागो में बाटा गया हैं, पहला वह भाग जिसमे निश्चित मात्रा का बोध हो और दूसरा वह भाग जिसमे निश्चित मात्रा का बोध न हो| निचे इसका बहुत ही आसान शब्दो में जानकारी दिया गया हैं-

  • निश्चित परिमाणवाचक विशेषण: जिस विशेषण शब्द से किसी वस्तु की निश्चित मात्रा अथवा माप तौल का बोध हो उसे निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं| जैसे: सात लीटर तेल, तीन किलो चावल, पांच एकड़ जमीन, आठ किलो मीटर आदि|
  • अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण: जिस विशेषण शब्द से किसी वस्तु की निश्चित मात्रा अथवा माप तौल का बोध ना हो उसे अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं| जैसे: बहुत पानी, ढेर सारा पैसा, बहुत लोग, कुछ पेड़ आदि|

सार्वनामिक विशेषण

जो शब्द सर्वनाम होते हुए भी किसी संज्ञा से पहले आकर उसकी विशेषता को प्रकट करे, उसे संकेतवाचक या सार्वनामिक विशेषण कहते हैं| जैसे:

  • वह नौकर नहीं आया|
  • यह घोडा अच्छा हैं|

उपरोक्त वाक्य में ‘नौकर’ और ‘घोडा’ संज्ञाओ के पहले विशेषण के रूप में ‘वह’ और ‘यह’ सर्वनाम ए हैं| अतः ये सार्वनामिक विशेषण हैं|

सार्वनामिक विशेषण के भेद

सार्वनामिक विशेषण के दो भेद हैं-

  • मौलिक सार्वनामिक विशेषण: जो शब्द अपने मूल रूप में संज्ञा के आगे लगकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं, उसे मौलिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं| जैसे: ‘यह’ घर, ‘वह’ लड़का, ‘कुछ’ काम आदि|
  • यौगिक सार्वनामिक विशेषण: जो मूल सर्वनामों में प्रत्यय लगाने से बनते हैं, उसे यौगिक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं| ‘ऐसा’ आदमी, ‘कैसा’ घर, ‘जैसा’ शहर आदि|

FAQs

विशेषण किसे कहते हैं और उसके भेद कितने है?

विशेषण का अर्थ संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता का बोध कराना होता हैं|| विशेषण के चार भेद होते हैं- गुणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, और सार्वनामिक विशेषण|

परिमाणवाचक विशेषण के कितने भेद हैं?

परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद होते हैं- निश्चित परिमाणवाचक विशेषण और अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण|

विशेषण के उदाहरण दीजिये|

इसके कुछ उदाहरण दिए जा रहे हैं-
मनोहर अच्छा लड़का हैं|
गीता पूर्ण स्वस्थ हैं|
वह बालक बीमार हैं|

यह भी जाने-
संज्ञा क्या है-परिभाषा एवं भेद उदाहरण सहित: 2024-25
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