Krit pratyay kise kahate hain: कृत्त प्रत्यय किसे कहते हैं, इसके उदाहरण एवं भेद

Krit pratyay

कृत्त प्रत्यय की परिभाषा

क्रिया से जुड़नेवाले प्रत्यय को ‘कृत्त प्रत्यय’ (Krit pratyay) कहते हैं, एवं इनसे बने शब्द को ‘कृदंत’ कहते हैं| ये प्रत्यय क्रिया को नया अर्थ देते हैं| कृत्त प्रत्यय के योग से संज्ञा और विशेषण शब्दों की रचना होती हैं| उदहारण-

  • लिख + अक = लेखक
  • सूँघ + नी= सुँघनी

कृत्त प्रत्यय के उदाहरण

कृत्त प्रत्यय के उदाहरण निचे दिए गए हैं-

  • बेल + न= बेलन
  • भूल + अक्कड़= भुलक्कड़
  • कस + औटी= कसौटी
  • खेल + आड़ी= खेंलाड़ी
  • चाट + नी = चटनी
  • समृ + अनीय= स्मरणीय
  • चिल्ल + आहट= चिल्लाहट

कृत्त प्रत्यय के कितने भेद हैं?

कृत्त प्रत्यय चार प्रकार के होते हैं-

कर्तृवाचक कृत्त प्रत्यय: जिस शब्द से किसी के कार्य को करने वाले का बोध हो, उसे कर्तृवाचक कृत्त प्रत्यय कहते हैं| उदहारण-

धातुप्रत्यय शब्दक्रिया का कर्ता
भूलअक्कड़भुलक्कड़जो भूलता हैं
उड़अंकूउड़ंकूजो उड़ता हैं
खेल आड़ीखेंलाड़ी जो खेलता हैं
लूटएरालुटेराजो लुटता हैं
कर्तृवाचक कृत्त प्रत्यय

कर्मवाचक कृत्त प्रत्यय: जिस शब्द से बनने वाले शब्दों से किसी कर्म का बोध हो, उसे कर्मवाचक कृत्त प्रत्यय कहते हैं|

धातुप्रत्ययशब्दक्रिया का कर्ता
सूँघनीसुँघनीजिसे सुँघा जाय
खेलऔनाखिलौना जिसे खेला जाय
समृअनीयस्मरणीयजिसे स्मरण किया जाय
कृत्वयकर्तव्य जिसे किया जाय
कर्मवाचक कृत्त प्रत्यय

करणवाचक कृत्त प्रत्यय: जिस प्रत्यय की वजह से बने शब्द से क्रिया के कारण का बोध होता हैं, उसे करणवाचक कृत्त प्रत्यय कहते हैं|

धातुप्रत्ययशब्दक्रिया का कर्म
झाड़झाडू जिससे झाड़ा जाय
कसऔटीकसौटी जिससे कसा जाय
रेत रेती जिससे रेता जाय
बेलबेलनजिससे बेला जाय
करणवाचक कृत्त प्रत्यय

भाववाचक कृत्त प्रत्यय: जिस प्रत्यय के जुड़ने से भाववाचक संज्ञाएँ का बोध हो, उसे भाववाचक कृत्त प्रत्यय कहते हैं|

धातुप्रत्ययशब्दक्रिया की प्रक्रिया/भाव
चढ़आईचढ़ाई चढ़ने की क्रिया/भाव
पूज आपापुजापापूजने की क्रिया /भाव
हँसहँसीहँसने की क्रिया/भाव
चिल्लआहटचिल्लाहटचिल्लाने की क्रिया/भाव
भाववाचक कृत्त प्रत्यय
तद्धित प्रत्यय किसे कहते हैं, इसके प्रकार एवं उदाहरण सहित सम्पूर्ण जानकारी

FAQs

कृत्त प्रत्यय क्या हैं?

क्रिया से जुड़नेवाले प्रत्यय को कृत्त प्रत्यय कहते हैं, एवं इनसे बने शब्द को ‘कृदंत’ कहते हैं|

कृत्त प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं?

कृत्त प्रत्यय के भेद-
1. कर्तृवाचक कृत्त प्रत्यय
2. कर्मवाचक कृत्त प्रत्यय
3. करणवाचक कृत्त प्रत्यय
4. भाववाचक कृत्त प्रत्यय

कृत्त प्रत्यय के पांच उदाहरण दीजिए?

कृत्त प्रत्यय के 5 उदाहरण-
1. कृ + त्वय= कर्तव्य
2. रेत + ई= रेती
3. लूट + एरा= लुटेरा
4. हँस + ई= हँसी
5. उड़ + अंकू= उड़ंकू

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