तद्धित प्रत्यय की परिभाषा
धातुओं को छोड़कर अन्य दूसरे शब्दों में जुड़नेवाले प्रत्ययों को तद्धित प्रत्यय (Taddhit Pratyay) कहते हैं, एवं इनसे बने शब्द को तद्धितांत कहते हैं| कृत प्रत्यय और तद्धित प्रत्यय में मूल अंतर यह हैं, कि कृत प्रत्यय सिर्फ धातुओं में लगते हैं और तद्धित प्रत्यय धातुओं को छोड़कर संज्ञा, विशेषण आदि शब्दों में लगते हैं| तद्धित प्रत्यय के उदाहरण–
- पीछे + ला = पिछला
- राष्ट्र + ईय = राष्ट्रीय
तद्धित प्रत्यय के प्रकार
तद्धित प्रत्यय के चार भेद हैं-
- संज्ञा से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
- विशेषण से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
- संज्ञा से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
- क्रिया विशेषण से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
कृत्त प्रत्यय किसे कहते हैं, इसके उदाहरण एवं भेद
संज्ञा से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
संज्ञा से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय चार प्रकार के होते हैं-
लघुतावाचक तद्धित प्रत्यय: इस प्रत्यय से छोटेपन या प्यार का बोध होता हैं| जैसे- इया, डा, री इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (संज्ञा) |
---|---|---|
बेटी | इया | बिटिया |
छता | री | छतरी |
मुख | डा | मुखड़ा |
रस्सा | ई | रस्सी |
भाववाचक तद्धित प्रत्यय: इनसे भाववाचक संज्ञाय बनती हैं| जैसे- आई, त, त्व, स इत्यादि| भाववाचक तद्धित प्रत्यय के उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (संज्ञा) |
---|---|---|
बच्चा | पन | बचपन |
पूजा | पा | पूजापा |
खेत | ई | खेती |
मानव | ता | मनावता |
पेशा या जातिवाचक तद्धित प्रत्यय: इस प्रत्यय के द्वारा जीविका चलाने का बोध होता हैं| जैसे- गर, दार, हारा, एरा इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (संज्ञा) |
---|---|---|
सोना | आर | सोनार |
लिपि | क | लिपिक |
जादू | गर | जादूगर |
चित्र | एरा | चित्तेरा |
सम्बन्धवाचक या अपत्यवाचक तद्धित प्रत्यय: इस प्रत्यय से बने शब्द संतान के अर्थ में प्रयुक्त होते हैं| जैसे- आई, ई, पा इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (संज्ञा) |
---|---|---|
दशरथ | इ | दाशरथि |
कुंती | एय | कौन्तेय |
विशेषण से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
कुछ प्रत्यय ऐसे होते हैं, जो विशेषण शब्दों में लगकर भाववाचक संज्ञाएँ बनाते हैं| जैसे- आहट, त्व, पा आई इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (विशेषण) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (संज्ञा) |
---|---|---|
अच्छा | आई | अच्छाई |
खुश | ई | खुशी |
लघु | ता | लघुता |
पीला | पन | पीलापन |
संज्ञा से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
संज्ञा से विशेषण बनाने वाले प्रत्यय चार प्रकार के होते हैं-
गुणवाचक तद्धित प्रत्यय: इसमें गुण, धर्म इत्यादि का बोध कराने वाले शब्द बनते हैं| जैसे- आ, ईला, इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (विशेषण) |
---|---|---|
गुलाब | ई | गुलाबी |
नमक | इन | नमकीन |
प्यास | आ | प्यासा |
काँटा | इला | कँटीला |
स्थानवाचक तद्धित प्रत्यय: इस प्रत्यय के लगने से स्थान से संबध व्यक्ति या वस्तु का बोध होता हैं| जैसे- इया, ई, एलू इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (विशेषण) |
---|---|---|
घर | एलू | घरेलू |
पटना | इया | पटनिया |
जापान | ई | जापानी |
बाजार | ऊ | बाजारू |
रिश्ताबोधक तद्धित प्रत्यय: इन प्रत्ययों के लगने से किसी न किसी रिश्ते का बोध होता हैं| जैसे- एरा इत्यादि| उदाहरण-
शब्द(संज्ञा) प्रत्यय तद्धितांत रूप (विशेषण)
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (विशेषण) |
---|---|---|
मौसा | एरा | मौसेरा |
चाचा | एरा | चचेरा |
सम्बन्धवाचक तद्धित प्रत्यय: इन प्रत्ययों के लगने से व्यक्ति या वस्तु से सम्बंधित सम्बन्ध का बोध होता हैं| जैसे- इक, आना इत्यादि| उदाहरण-
शब्द(संज्ञा) प्रत्यय तद्धितांत रूप (विशेषण)
शब्द (संज्ञा) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (विशेषण) |
---|---|---|
धर्म | इक | धार्मिक |
मर्द | आना | मर्दाना |
क्रिया विशेषण से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
कुछ प्रत्यय क्रिया विशेषण में लगकर विशेषण भी बनाते हैं| जैसे- ला इत्यादि| उदाहरण-
शब्द (क्रिया विशेषण) | प्रत्यय | तद्धितांत रूप (विशेषण) |
---|---|---|
निचे | ला | निचला |
पीछे | ला | पिछला |
तद्धित प्रत्यय के 30 उदाहरण
निचे तद्धित प्रत्यय (Taddhit Pratyay) के कुछ उदाहरण दिए गए हैं-
तद्धित प्रत्यय के 10 उदाहरण
- सोना + आर= सोनार
- लिपि + क= लिपिक
- लघु + ता= लघुता
- निचे + ला= निचला
- रस्सा + ई= रस्सी
- काँटा + इला= कँटीला
- घर + एलू= घरेलू
- मर्द + आना= मर्दाना
- चित्र + एरा= चित्तेरा
- दशरथ + इ= दाशरथि
तद्धित प्रत्यय के 20 उदाहरण
- पूजा + पा= पूजापा
- खेत + ई= खेती
- मौसा + एरा= मौसेरा
- चाचा + एरा= चचेरा
- पीछे + ला= पिछला
- कुंती + एय= कौन्तेय
- अच्छा + आई= अच्छाई
- पीला + पन= पीलापन
- गुलाब + ई= गुलाबी
- बेटी + इया= बिटिया
- धर्म + इक= धार्मिक
- मुख + डा= मुखड़ा
- जापान + ई= जापानी
- बाजार + ऊ= बाजारू
- पटना + इया= पटनिया
- नमक + इन= नमकीन
- प्यास + आ= प्यासा
- जादू + गर = जादूगर
- मानव + ता = मनावता
- बच्चा + पन= बचपन
FAQs
तद्धित प्रत्यय के चार भेद हैं-
1. संज्ञा से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
2. विशेषण से संज्ञा बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
3. संज्ञा से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
4. क्रिया विशेषण से विशेषण बनाने वाले तद्धित प्रत्यय
तद्धित प्रत्यय के पांच उदाहरण-
पीला + पन= पीलापन
रस्सा + ई= रस्सी
अच्छा + आई= अच्छाई
काँटा + इला= कँटीला
कुंती + एय= कौन्तेय
यह भी जाने–
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